मुरली बाज उठी अणघातां सुन के भुल गईयां सब बातां। लग गए अनहद बाण न्यारे झूठी...

बिरहनी मंदिर दियरा बारि। बिन बाती बिन तेल जुगत स्यों बिन दीपक उजियार। प्राण पिया मेरे...

पंडित वाद कहन ते झूठा राम कहा जगत गति पावै खांड कहा मुख मीठा। पावक कहा...

तेरे इश्क़ नचाइआ कर थइआ थइआ। तेरे इश्क़ ने डेरा मेरे अंदर कीता भर के ज़हर...

तेरी कहानी मैं गाऊँ सुबह और शाम। अलख तेरी ही जगाऊँ सुबह और शाम। गुज़रे जाते...

जाणिया वे जाणिया। जिवें फूलां विच खशबो तू दीवा ते मैं तेरी लौ। अन्दर बाहर जलवा...

जाऊँ मैं जहाँ तुम्हीं हो वहाँ। सारी जगह तू ही रमा जाऊँ मैं जहाँ। चलती हवा...

गोबिंद कबहुं मिलै पिया मेरा। चरण कमल को हंसि हंसि देखूँ राखूं नैना नेरा। निरखन को...

की करदा की करदा दिलबर की करदा। आप इको कई लख घरां दा मालक है घरघर...

कहो किस थीं आप छुपाईंदा। कित्ते मुल्लां हो के बुलेंदे हो किते सुनत फ़रज़ दसेंदे हो।...

कफन को बांधि के करै तब आसिकी आसिक जब होय तब नाहिं सोवै। चिंता बिना आग...

क्या बताऊँ मैं कहाँ हूँ तू जहाँ है मैं वहाँ हूँ। खामोशी दूसरा मेरा नाम है...