महरम होए सो जाने साधो ऐसा देस हमारा। वेद कतेब पार नहीं पावत कहन सुनन ते...

मस्तों की महफिल में आ के तो देखो। ज़रा तुम खुदी को मिटा के तो देखो।...

मन मस्त हुआ तब क्यों बोले। हल्की थी जब चढ़ी तराजू पूरी भई तब क्यों तोले।...

मने चाकर राखो जी गिरधारी लाल चाकर राखो जी। चाकर रहसूं बाग लगासूं नित उठ दर्शन...

मन लागो मेरो यार फकीरी में। जो सुख पावो राम भजन में वो सुख नाहीं अमीरी...

मन गुम मन गुम। मैं ही बची न तुम ही बचे हो हुआ उजाला खिली शबनम।...

बस कर यार जाण वी दे कानू जान अजाबां च पाई वे। खोलन दे अख इक...

बुल्ले नूं समझावण आइआं भैनां ने भरजाइआं। मन्न लै बुल्लया कहिना साडा छड्ड दे पल्ला राइआं।...

बोल हरि बोल हरि हरि हरि बोल केशव माधव गोविन्द बोल। नाम प्रभु का है सुखकारी...

बैठु सत्संग में बात को बूझि ले बिना सत्संग न भरम जाहि। मरै सिर पटकि कै...

बैठी नार तू क्यों मन मार निकस तू बाहर होरी में। फागुन में ओ सुन मतवारी...

बनजारा बनजारा यह इश्क बनजारा देता है दुआ यह इश्क़ बनजारा। सौदा इसका बड़ा अनोखा देवे...