Dhyaan
आज शून्य है आज शून्य है सब ओर। अंतर की गहराई में बाहर की तराई में...
प्रथम सुमर श्रीगणेश गौरीसुत प्रिय महेश ॥ सकल विघन भय कलेश दूरसे निवारे॥ १ ॥ लंब...
चेतन देव की सेव करो नर जन्म सफल हो जाय तुमारो टेक घट घट पूरण एक...
शिव शिव शिव शिव नाम सुमर नर सकल मनोरथ पूरणकारी टेक रावण नाम लियो दृढ़ मन...
जै शॅंकर कैलाशपति शिव पूरण ब्रम्ह सदा अविनाशी टेक अंग विभूति गले मुंडमाला शीश जटा जल...
अर्जुन को रणभूमि विशे हरि ब्रम्हज्ञान निर्मल समझावे टेक तूँ किसका है कौन तुम्हारा एकहि आवत...
नाथ दियो अब दरस तुमारे सफल करो प्रभु नैन ह्मारे टेक तेजपुंज मय अंग मनोहर रवि...
जन्म जन्म को मैं दास तुमारो करुणाकर अब तार मुरारे टेक भवसागर जल तरण कठिन है...
नारायण को भजन करो नर मन की छोर भटकना सारी टेक क्या मथुरा क्या काशी जावे...
नारायण जिनके हिरदे में सो कछु कर्म करे न करे रे टेक नाव मिली जिसको जल...
नारायण को नाम सुमर नर जन्ममरणदुख जाय तुमारो टेक मानुषजनम मिला जगमाही दाँवजीत कर फिर किम...
नारायण जिनके परिपालक तिनको कौन दुखाय सकेरे टेक प्रहलाद भक्त को ड़ारा अगन में रोम न...