मन तू मान शब्द उपदेसा । सार शब्द अौ गुरुमुख बानी ताको गहो संदेसा । टेक...

बिन सतगुरु नर फिरे भुलाना । टेक केहरि सुत इक ले गड़ेरिया पाल पोस के किया...

बरजे नहिं माने यह मन जालिम जोर रे । टेक जो कोई मन को पकड़ा चाहे...

परम प्रभु अपने ही उर पायो । जुगन जुगन की मिटी कल्पना सद्गुरु भेद बतायो ।...

साधो सो सतगुरु मोहि भावै । टेक सत्य प्रेम का भरि भरि प्याला आप पिये और...

संतो अनुभव पदहिं समाना । सकल देव के भरम भुलाना अविगत हाथ बिकाना । टेक पहले...

सन्तन जाति न पूछो निर्गुनिया । टेक साधै ब्राह्मण साधै क्षत्रिय साधै जाती बनिया । साधुन...

सतसंग लागि रहो रे भाई तेरी बिगड़ी बात बन जाई । टेक दौलत दुनिया माल खजाना...

सतगुरु सोई दया करि दीन्हा पाते अनचीन्हा अनचीन्हा । टेक बिन पग चलना बिन पग उड़ना...

विज्ञानी सुन सतगुरु की बानी । जेहि प्रताप हम भये विरागी त्यागि सकल कुलकानी । टेक...

मेरे सतगुरु पकड़ी बाँह नहिं तो मैं बहि जाता । टेक करम काटि कोयला किया ब्रम्ह...

दिवाने मन को है तेरा साथी । टेक जैसे बुंद ओस का मोती ऐसी काया जाती...