Bhakti
सावल सुंदर रामईआ।। मेरा मनु लागा तोहि।। एक जोति एका मिली किंबा होइ महोइ।। जितु घटि...
पीआ रे राम रस पीआ रे। भरिभरि देवै सुरत कलाली दरिआ दरिआ पीना रे। पीवतपीवत आपा...
प्रभु तू याद आता क्यों नहीं है मेरे मन में समाता क्यों नहीं है। प्रभु सारे...
प्रभुजी अब खोलो दया का द्वार। कई जन्मों से भटक रहा हूँ मत करना इनकार। तेरा...
आवै न जावै मरे नहीं जन्मे सोई निज पीव हमारा हो। न प्रथम जननी ने जन्मों...
आरती करो शंकर की करो हरि हर की करो नटवर की भोले शंकर की आरती करो...