Bhakti
हरि को सुमर पियारे उमरा विहा रही है दिन दिन घड़ीघड़ी में छिन छिन में जा...
संदेसा आ गया यम का चलन की कर तियारी है टेक बाल सिर के हुए धो...
नबाजिया वैद्य क्या देखे मुझे दिल की बीमारी है टेक कबी कफ रोग बतलावे कबी तासीर...
फकीरी में जा जिसको अमीरी क्या बिचारी है टेक तजे सब काम दुनिया के फिकर घरबार...
मुसाफिर जागते रहना नगर में चोर आते हैं टेक सम्भालो माल अपने को बांधकर धर सिराने...
भरोसा है मुझे तेरा तूँही मेरा सहायक है टेक सकल दुनियाके अंदर में अखंडित राज्य है...
दिखा दे यार अब मुखड़ा घूंघट में क्यों छिपाया है टेक हुसन तेरे का है सानी...
सुनो दिलको लगा प्यारे रूप ईश्वर का अविनाशी टेक चलें जिसके सहारे से सकल संसार के...
समझकर देखले प्यारे मोक्ष का पंथ है न्यारा टेक यज्ञ तप दान करने से स्वर्ग के...
बता दे मोक्ष का मारग गुरु मैं शरण में तेरी टेक जगत के बीच में नाना...
मुझे क्या काम दुनिया से विरह में मैं दीवाना हुं टेक प्यारे की खोज में निशदिन...
बिना सतसंग के मेरे नहीं दिल को करारी है टेक जगत के बीच में आया मनुज...