Gyaan
कैसे करूं मैं तो प्रभु आज बडाई तेरी ऋषि मुनियों ने गति जान न पाई तेरी...
राम तेरा नाम सदा याद दिलाना मुझको दुनियाके कारबार में निशदिन न भुलाना मुझको ॥ टेक...
कैसी मधुर शाम आज बंसी बजाई तैने ब्रज ग्वालन की सबी होश भुलाई तैने ॥ टेक...
जो मौत का दिन आयगा तुमे याद होके न याद हो ॥ टेक ॥ दुनिया में...
जो नामका परताप है तुमे याद होके न याद हो ॥ टेक ॥ जब दैत्य चाबुक...
जो ईश का उपकार था तुमे याद होके न याद हो ॥ टेक ॥ करी गर्भ...
जो गर्भ का इकरार था तुझे याद होके न याद हो ॥ टेक ॥ उलटे बदन...
जिधर को देखुं जहां को देखुं तुं एक मुझको दिखा रहा है ॥ टेक ॥ जमीपे...
दया की नजऱों देख मुझको मैं नाथ तेरी शरण में आयो ॥ टेक ॥ समस्त दुनिया...
अब तो अब तो सुनिये मेरी नाथ बिनती दीनदयालजी ॥ टेक ॥ तुमने सकल जगत उपजाया...
जागो जागोरे मुसाफिर उठकर करो तियारीयां ॥ टेक ॥ सोते सगली रैन बिहाई वेला दिन चढ़ने...
प्रभुजी रखो मेरी लाज शरण पडी हुं तेरियां ॥ टेक ॥ दुष्ट दुशासन भुजा पसारे मेरे...