अपने को आप भूलके हैरान हो गया माया के जाल में फसा विरान हो गया टेक...

गाफिल तू जाग देख क्या तेरा स्वरूप है किस वासते पड़ा जन्म मरण के कूप है...

सोह्म सोह्म सोह्म सदा बोल रे तोता नहीं तो भव सिंधु में तू खायेगा गोता टेक...

बाहिर ढुंडन जा मत सजनी पिया घर बीच बिराज रहे री टेक गगन महल में सेज...

कर्म कर्म क्या गावे मूरख पुरुशारथ कर होय सुखारो टेक परमेश्वर् की वस्तुन मांही सबका है...

काहे शोच करे नर मन में कर्म लिखा सोई होवत प्यारे टेक होवन हार मिटे नहि...

जीवन की प्रतिपाल करो नर मानुष जन्म सफल हो जाई टेक जप तप योग यतन बहुतेरे...

जीवन को मत मार छुरी से मारनहार खड़ा सिर तेरे टेक जीव मारकर अमर न होवे...

क्या पानी में मलमल नहावे मन की मैल उतार प्यारे टेक हाड़ मांस की देह बनी...

चेतन देव की सेव करो नर जन्म सफल हो जाय तुमारो टेक घट घट पूरण एक...

शिव शिव शिव शिव नाम सुमर नर सकल मनोरथ पूरणकारी टेक रावण नाम लियो दृढ़ मन...

जै शॅंकर कैलाशपति शिव पूरण ब्रम्‍ह सदा अविनाशी टेक अंग विभूति गले मुंडमाला शीश जटा जल...