बहुत जनम बिछुरे थे माधउ इहु जनमु तुम्हारे लेखे।। कहि रविदास आस लगि जीवउ चिर भइओ...

पूरी आसा जी मनसा मेरे राम।। मोहि निरगुण जीउ सभि गुण तेरे राम।। सभि गुण तेरे...

पाती तोरै मालिनी पाती पाती जीउ।। जिसु पाहन कउ पाती तोरै सो पाहन निरजीउ।। भूली मालनी...

पूजहु रामु एकु ही देवा।। साचा नावणु गुर की सेवा।। अंतरि मैलु जे तीरथ नावै तिसु...

निंदउ निंदउ मोकउ लोगु निंदउ।। निंदा जन कउ खरी पिआरी।। निंदा बापु निंदा महतारी।। निंदा होइ...

धुर की बाणी आई।। तिनि सगली चिंत मिटाई।। दइआल पुरख मिहरवाना।। हरि नानक साचु वखाना।। परमेसरि...

सिधि बोलनि सुभ बचनि धनु नानक तेरी वडी कमाई। वडा पुरवु परगटिआ कलिजुगि अंदरि जोति जगाई।...

देह सिवा बर मोहि इहै सुभ करमन ते कबहूं न टरों।। न डरों अरि सो जब...

दीन दइआल भरोसे तेरे।। सभु परवारू चड़ाइआ बेड़े।। राम जपउ जीअ ऐसे ऐसे।। ध्रू प्रहिलाद जपिओ...

तेरा नामु रूड़ो रूपु रूड़ो अति रंग रूड़ो मेरो रामईआ।। मारवाड़ि जैसे नीरू बालहा बेलि बालहा...

तोही मोही मोही तोही अंतरु कैसा।। कनक कटिक जल तंरग जैसा।। जउपै हम न पाप करंता...

डगमग छाडि रे मन बउरा।। अब तउ जरे मरे सिधि पाईऐ लीनो हाथि संधउरा।। मन रे...