जो जो दीसै सो सो रोगी।। रोग रहित मेरा सतिगुरु जोगी।। हउमै रोगु मानुख कउ दीना।।...

अंम्रित नाम परमेसरु तेरा जो सिमरै सो जीवै।। जिस नो करमि परापति होवै सो जनु निरमलु...

अब हम चली ठाकुर पहि हारि।। जब हम सरणि प्रभू की आई राखु प्रभू भावै मारि।।...

अब मै अपनी कथा बखानो।। तप साधत जिह बिधि मोहि आनो।। हेम कुंट परबत है जहां।।...

रंगि रता मेरा साहिबु रवि रहिआ भरपूरि।। आपे रसीआ आपि रसु आपे रावणहारु।। आपे होवै चोलड़ा...

ईभै बीठलु ऊभै बीठलु बीठल बिनु संसारु नही।। थान थनंतरि नामा प्रणवै पूरि रहिओ तूं सरब...

अति प्रीतम मनमोहना घट सोहना प्रान अधारा राम।। सुंदर सोभा लाल गोपाल दइआल की अपर अपारा...

मउली धरती मउलिआ अकासु।। घटि घटि मउलिआ आतम प्रगासु।। राजा रामु मउलिआ अनत भाइ।। जह देखउ...

आजु हमारै ग्रिहि बसंत गुन गाए प्रभ तुम्ह बेअंत।। गुरू सेवउ करि नमसकार।। आजु हमारै मंगलचार।।...

ऐसी प्रीति करहु मन मेरे।। आठ पहर प्रभ जानहु नेरे।। मन महि सिंचहु हरि हरि नाम।।...

ऐसे गुर कउ बलि बलि जाईऐ आपि मुकतु मोहि तारै।। नाराइन नरपति नमसकारै।। कवन कवन कवन...

ऐसा जोगु कमावहु जोगी।। जप तप संजमु गुरमुखि भोगी।। मुंद्रा मोनि दइआ करि झोली पत्र का...