मोरी रंगी चुनरिया धो धुबिया । टेक जन्म जन्म के दाग चुनर के सतसंग जल से...
मोर हीरा हेराइगा कचरे में । टेक कोई पूरब कोई पश्चिमी खोजे कोइ पानी कोई पथरे...
मैं केहि समझावों या जग अँधा । टेक एक दुइ होय उन्हें समझावों सबहिं भुलाने पेट...
मैं कासों कहूँ कोई न माने कही । बिन सतनाम भजन यह बिरथा आयु जाय रही...
मेहर बिनु मेहरबां किस तरह पाइये । टेक मेहर की कफनी कुलह भी मेहर की मेहर...
मेरे सतगुरु पकड़ी बाँह नहिं तो मैं बहि जाता । टेक करम काटि कोयला किया ब्रम्ह...
मिलो प्यारे संत सुजान सनेही । बहु दिन बीते तुम बिछुड़े को चेतो बेरिया येही ।...
मिलै जो साधु तो बोलना खूब है होय बकवाद तहँ ज्ञान टूटे । १ साधु के...
मिलना होय तो मिल जुल लीजै येही दम का मेला है । टेक दीपक है सो...
मिथ्या माया जाल जगत मन क्योें तू देख भुलाया है । टेक सुमन सुहावन सुंदर फल...
माल जिन्होंने जमा किया सौदा परिहारे जाते हैं । टेक ऊँचा नीचा महल बनाया जा बैठे...
माया मोहिनी मन हरन । भोगियन सब पीस डारे जोगिया बस करन । टेक चंचल चपल...