Surrender
प्रभु इक नाम तेरा सुखकारी सब दुनियां परम दुखारी ॥ टेक ॥ गर्भ वास में उलटे...
अहो प्रभु अचरज़ माया तुमारी जिसे मोहे सकल नर नारी ॥ टेक ॥ ब्रम्हा मोहे शंकर...
चल चल चल सखी देश हमारे वास करे जहां प्रीतम प्यारे ॥ टेक ॥ बिन घन...
हरि हरि हरि नित नाम सुमरणा भव सागरजल पार उतरना ॥ टेक ॥ बिन हरि सुमरे...
प्रभु प्रभु प्रभु दास तुमारो मुझे न अपने दिल से बिसारो ॥ टेक ॥ भव जलधारा...
सुन सुन सुन प्रभु बिनती हमरिया शरण पड़े हम आय तुमरिया ॥ टेक ॥ भव भय...
जय जय जय जगदीश्वर प्यारा विश्व चराचर सर्जन हारा ॥ टेक ॥ अचरज भारी रचना सारी...
जाती जिधर को नजरिया हमारी उधर देखता हुं मैं सूरत तुमारी ॥ टेक ॥ खिला है...
किधर को बताऊं मैं तेरा मकाना सबी विश्व में एक पूरण समाना ॥ टेक ॥ नीचे...
बिना कृष्ण दर्शन के शांती नही है ऊधो ज्ञान चरचा सुहाती नही है ॥ टेक ॥...
देखो नजर से वो जाती उमरिया कबी हाथ में फिर न आती गुजरिया ॥ टेक ॥...
प्रभु मेरे दिलमें सदा याद आना दया करके दर्शन तुमारा दिलाना ॥ टेक ॥ सदा जानकर...