Bhakti
सो मोरे मन कब भजिहो सतनाम । टेक बालापन सब खेल गमायो ज्वानी में व्यापो काम...
सो नैया बिच नदिया डूबी जाय । टेक एक अचम्भा हमने देखा गदहा के दो सींग...
सूर संग्राम को देखि भागे नहीं देखि भागे सोई सूर नाहीं । १ काम औ क्रोध...
सूर परकास तहँ रैन कहँ पाइये रैन परकास नहिं सूर भासै । १ ज्ञान परकास अज्ञान...
सुलताना बलख बुखार दा । शाही तजकर लिया फ़क़ीरी सद्गुरु नाम पियारे दा । टेक तब...
सुमिरन बिनु गोता खाओगे । टेक मूठि बाँधे गर्भ से आया हाथ पसारे जाओगे । १...
सुमिरन बिन अवसर जात चली। टेक बिन माली जस बाग़ सूखि गै सींचे बिन कुम्हिलात कली...
सुमिरन कर ले मेरे मना । टेक हस्ति दन्त बिनु पंछी पंख बिनु नारी पुरुष बिना...
सुन सतगुरु की बानी लो । ताहि चीन्ह हम भये बैरागी परिहरि कुल की कानी लो...
सुगना बोल तू निज नाम । टेक आवत जात बिलम न लागै मंजिल आठौ याम ।...
सुगवा पिंजरवा छोड़ि भागा । टेक इस पिंजरे में दस दरवाजे दस दरवाजे किवरवा लागा ।...
सुखी सब जीव गुरुदेव की सरन हैं काल का बान तहँ नाहिं लागै । १ आठहु...