Devotion
हंसा ऐसो गुरुमत भारी । लखे तो भव में आवत नाहीं भव के बहोत बेगारी ।...
हंसा आप में आप निबेरो । आपन रूप देख आपहि में नौ निधि होवै चेरो ।...
हरिजन चार वरण से ऊँचा । टेक नहिं मानो तो साखि देखाऊँ सेवरी के फल खायो...
हम सम कौन बड़ा परिवारी । टेक सत्य है पिता धर्म है भ्राता लज्जा है महतारी...
हम न मरब मरिहैं संसारा हमका मिला जियावन हारा । टेक साकट मरैं संत जन जीवैं...
सौदा करे सो जाने काया गढ़ में लागल बजार । टेक या काया में हाट लगाये...
सोवता होय जो सोई तो जागिहै जागता सोवता कहाँ जागै । मान मन माहिं अभिमान ग्यानी...
सो मोरे मन कब भजिहो सतनाम । टेक बालापन सब खेल गमायो ज्वानी में व्यापो काम...
सो नैया बिच नदिया डूबी जाय । टेक एक अचम्भा हमने देखा गदहा के दो सींग...
सूर संग्राम को देखि भागे नहीं देखि भागे सोई सूर नाहीं । १ काम औ क्रोध...
सूर परकास तहँ रैन कहँ पाइये रैन परकास नहिं सूर भासै । १ ज्ञान परकास अज्ञान...
सुलताना बलख बुखार दा । शाही तजकर लिया फ़क़ीरी सद्गुरु नाम पियारे दा । टेक तब...