दूभर पनिया भरा न जाई तृषा हरि बिन कौन बुझाई । टेक उपर नीर लेजु तलिहारी...

दुलहिन काहे न अँगिया धुलाई । बालापने की मैली अँगिया विषयन दाग परिजाई । टेक बिनु...

दुरुस्त जिभ्या रहै बचन अमृत कहै काम औ क्रोध का खोच खोई । ग्यान का पूर...

दुनिया मतलब का गरजी अब मोहि जान परी । टेक जौ लौं बैल लदे बनियाँ के...

दुनिया अजब दिवानी मोरी कही एक न मानी । तजि प्रत्यक्ष सद्गुरु परमेश्वर इत उत फिरत...

दीदार करो रोसन प्यारे गुलज़ार यही है और न कोई । १ दरगाह में पीर मुकाम...

दीद बरदीद परतीत आवै नहीं दूरि की आस बिस्वास भारी । कथा अौ कबित स्लोक रसरी...

दिवाने मन भजन बिना दुख पैहो । टेक पहिले जन्म सुवा का पैहो बाग़ बसेरा लैहो...

दिवाने मन को है तेरा साथी । टेक जैसे बुंद ओस का मोती ऐसी काया जाती...

दिन रात मुसाफिर जात चला । टेक जिनका चलना रैन बसेरा सो क्यों ग़ाफ़िल रहत परा...

दया बिनु जोग ओ जग्य जप तप करे दया बिनु पण्डित पुस्तक पढ़ावे । दया बिनु...

दया करी गुरु जुक्ति बताई आपा चीन्हें भर्म नसाई । १ आपा चीन्हें त्रिभुवन सूझे गुरु...