तोरी गठरी में लागे चोर बटोहिया का सोवे । टेक पाँच पचीस तीन हैं चोरवा यह...

तोर मन चाहे मोसे जोड़ ले । टेक पाँच तत्व की तोहरी चुनरिया सतगुरु सगरा में...

जीव अज्ञान सब अंध चेतै नहीं बहै विष धार में खाय गोता। १ खोट करनी करै...

आओ आओ श्याम जी ज़रा खेल हम खेलीजै सुंदर श्याम राज नट नागर अनखीले । तुम...

और व्यापार तो बड़े हैं इस्क व्यापार की राह न्यारी । १  साँप के डंसे की...

गल रौले लोकां पाई ए  गल रौले लोकां पाई ए । टेक ।  सच आख मना...

जो काहू की भली न आवै बुरी काहे को कहिये। जो कोई संत मिले बड़ भागी...

करत उन्माद विष स्वाद संसार का मगन मस्तान है तासु माहीं। नैन मद अंध अरु बैन...

नमामीशमीशान निर्वाणरूपं विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदस्वरूपं। निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं चिदाकाशमाकाशवासं भजेहं। निराकारओंकारमूलं तुरीयं गिराग्यान गोतीतमीशं...

कृष्ण ने कैसी होरी मचाई अचरज लखियो न जाई असत सतकर दिखलाई ।।  टेक ॥ एक...

देख सखी जगदीश्वरी कैसी होरी रचाई ॥ टेक ॥ पृथिवी रंगभूमि सुखदायक गगन कनात लगाई वृक्ष...

शाम के संग खेलो होरी जन्म सफल कर लो री सखी मिल आज चलो री ॥...