खामोश का ख़जाना खामोश ढूँढता है। क़दमों तले है दौलत दौलत को ढूँढता है। कमवख़्ती कमवख़्त...

एक दिन जाना है अपने देश को जाना यह देश बेगाना है अपना क्यों घर माना।...

ओ प्यारे परदेसी पंछी जिस दिन तू उड़ जाएगा तेरा प्यारा पिंजरा पीछे यहीं जलाया जाएगा।...

आई घड़ी मौत की तो टाले न टलेगी माया के दीवाने माया साथ न चलेगी। भागाभागा...

देख लिया दुनिया का सारा नजारा। न हम किसी के न कोई हमारा।। झूठी है दुनिया...

हे राम तुम्हीं हो अपने जग के झूठे सब सपने। सपने का पर्दा उठा दो हे...

जोगीया जग है एक सराय। सदा रहा है कौन यहाँ पर इक आये इक जाये। छोड़...

तू अपना आप विचार बाहर क्या ढूँढे। तू ही गंगा तू ही जमुना तू ही निर्मल...

गुरु गुरु गुरु कर मन मोर। गुरु बिना मैं नाहीं होर।। गुरु की टेक रहो दिन...

गुरु वंदना कैसे करूँ गुणगान हे सदगुरु भगवान। पाप ताप से हमें बचाया अंतर पावन रूप...

कबीर करत है बीनती सुनो संत चित लाय। मारग सिरजनहार का दीजै मोहिं बताय।। सतगुरु बड़े...

हिरदै नामु वसाइहु।। घरि बैठे गुरु धिआइहु।। गुिर पूरै सचु कहिआ।। सो सुखु साचा लहिआ।। अपुना...