चेतन देव की सेव करो नर जन्म सफल हो जाय तुमारो टेक घट घट पूरण एक...
आज सखी सतगुरु घर आये मेरे मन आनंद गयो री टेक दर्शन से सब पाप बिनाशे...
भाग्य बड़े सतगुरु मैं पायो मन की दुविधा दूर नसाई टेक बाहिर ढूंड फिरा मैं जिसको...
जै कमले कमलासन सुन्दरी सकल जगत माता सुखदाई टेक मोरमुकुट मस्तक पर राजे वनमाला गल बीच...
जै जगदीशवरी मात सरस्वती शरणागत प्रति पालनहारी टेक चंद्रबिंब सम वदन बिराजे शीश मुकुट माला गलधारी...
जै दुर्गे दुर्गति परिहारिणी शंभुविदारिणी मात भवानी टेक आदि शक्ति परब्रम्हस्वरूपिनी जगजननी चहु वेद बखानी ब्रम्हा...
शिव शिव शिव शिव नाम सुमर नर सकल मनोरथ पूरणकारी टेक रावण नाम लियो दृढ़ मन...
जै शॅंकर कैलाशपति शिव पूरण ब्रम्ह सदा अविनाशी टेक अंग विभूति गले मुंडमाला शीश जटा जल...
अर्जुन को रणभूमि विशे हरि ब्रम्हज्ञान निर्मल समझावे टेक तूँ किसका है कौन तुम्हारा एकहि आवत...
नाथ दियो अब दरस तुमारे सफल करो प्रभु नैन ह्मारे टेक तेजपुंज मय अंग मनोहर रवि...
जन्म जन्म को मैं दास तुमारो करुणाकर अब तार मुरारे टेक भवसागर जल तरण कठिन है...
नारायण को भजन करो नर मन की छोर भटकना सारी टेक क्या मथुरा क्या काशी जावे...