Bhakti
आशक हुया जो दिल तो क्या कायरपणा करे ऊखल में दिया शीश तो चोटन से क्या...
आशक हुया जो दिल तो क्या दुनियां की शर्म है करना इशक का जगत में नहि...
आशक हुया जो मन तो क्या माशूक दूर है दिन में बसा दिलदार की चश्मों का...
तेरे दीदार के लिये बंदा हैरान है सुनते नही हो अरज क्यों दयानिधान है ॥ टेक...
नरसिंह तेरा रूप मेरे दिल समा रहा व्यापकपणा जग में तेरा सबको बता रहा ॥ टेक...
अये राम तेरी शाम छवी दिल में बस रही मुखचंद से सदा मधुर सुधा बरस रही...
अये राम तेरा नाम परमधाम दुआरा लेता हूं आठ याम और कान बिसारा ॥ टेक ॥...
गजराज तेरे काज गई लाज हमारी बंसी की सुनी आज जो अवाज पियारी ॥ टेक ॥...
अये कृष्ण तेरे नामपे कुर्बान हो रही सूरत को तेरी देख परेशान हो रही ॥ टेक...
शंकर तेरी जटा में चले धार गंग है उठते हैं बार बार वारिके तरंग है ॥...
अये ईश तुझे नित्य धन्यवाद हमारा सब विश्व का तुं ही प्रभु एक अधारा ॥ टेक...
अये ईश तुझे नमसकार बार बार है सब जगत बीच एक तेरा रूप सार है ॥...