Bhakti
जियरा जाहुगे हम जानी। टेक राज करन्ते राजा जइहैं रूप करन्ते रानी। चाँदो जइहैं सूर्यो जइहैं...
जीभ का फूहरा पंथ का चूहरा तेज तमा धरे आप खोवै। १ काम और क्रोध दुइ...
जे को मरे मरन है मीठा गुर प्रसादि जिनहीं मरि दीठा। टेक मूवा करता मुई ज...
जोगिया खेलो बचाय के नारी नयन चलै बान । टेक श्रृंगी को भृंगी करि डारी नारद...
कथनी बदनी सब जंजाल भाव भगति अरु राम निराल। १ कथैं बदै सुनौं सब कोई कथैं...
आरति कीजै आतम पूजा प्राण पुरुष सो अवर न दूजा ॥ ग्यान प्रकास दीप उजियारा...
आपन काहे न सँवारे काजा । टेक ना गुरु भगति साध की संगत करत अधम निर्लाजा...
आयो बसंत सखीरी मिल खेलिये होरी ॥ टेक ॥ परके भूल गई गृह काजन मन में...
शाम के संग खेलो होरी जन्म सफल कर लो री सखी मिल आज चलो री ॥...
चरखा कात सुधार री सुन चतुर सियानी ॥ टेक ॥ यह चरखा लकडी का तेरा किसके...
जगदीश दयानिधि भवभय दूर निवारोजी ॥ टेक ॥ जन्म मरण भव चक्कर मांही फिरत फिरत अब...
नाम निरंजन गावो रे सब छोड भरमणा ॥ टेक ॥ नाम निरंजन सब दुखभंजन नही मन...