सुन सुन सुन प्रभु बिनती हमरिया शरण पड़े हम आय तुमरिया ॥ टेक ॥ भव भय...
जय जय जय जगदीश्वर प्यारा विश्व चराचर सर्जन हारा ॥ टेक ॥ अचरज भारी रचना सारी...
जाती जिधर को नजरिया हमारी उधर देखता हुं मैं सूरत तुमारी ॥ टेक ॥ खिला है...
किधर को बताऊं मैं तेरा मकाना सबी विश्व में एक पूरण समाना ॥ टेक ॥ नीचे...
बिना कृष्ण दर्शन के शांती नही है ऊधो ज्ञान चरचा सुहाती नही है ॥ टेक ॥...
मानुष जन्म फिरके आना नहीं है बिना ज्ञान के मोक्ष पाना नही है ॥ टेक ॥...
देखो नजर से वो जाती उमरिया कबी हाथ में फिर न आती गुजरिया ॥ टेक ॥...
प्रभु मेरे दिलमें सदा याद आना दया करके दर्शन तुमारा दिलाना ॥ टेक ॥ सदा जानकर...
दिखादे नजरों से वो जलवा तुमारा जुदाई का पडदा करो दूर प्यारा ॥ टेक ॥ तेरी...
प्रभु आज चरणों में आयॊ तुमारे दयाकर सबी दोष हरिये हमारे ॥ टेक ॥ चौदें भुवन...
सुनो आज जगदीश बिनती हमारी पडा हुं शरण बीच आकर तुमारी ॥ टेक ॥ माता तुं...
जगदीश सकल जगत का तुमही आधार है ॥ टेक ॥ भूमि नीर अगन पवन सूरज चांद...