घर लूटै हमार दुपहरिया मा। टेक लगाय उड़ाही पाँच जन बैठेधूम मचावै कोठरिया मा। १ पूँजी...
गुरु से लगन कठिन है भाई। लगन लगे बिन काज न सरिहैं जिव परलय होय जाई।...
गुरु से कर मेल गंवारा का सोवत बारम्बारा। टेक जब पार उतरना चहिए तब केवट से...
गुरु मोहि जीवन मूर दई। टेक जल थोड़ा बरखा भई भारी छाय रही सब लाल मई।...
गुरु बिन कौन बतावे बाट। टेक भ्रांति पहाड़ी नदिया बिच में अहंकार की लाट। १ काम...
गुरु ने पठाया चोला न्यामत लाना। टेक पहली न्यामत आटा लाना ग्राम नगर के पास न...
ग्रिह जिनि जानौं रूढो रे। कंचन कलस उठाइ लै मंदिर राम कहे बिन धूरौ रे। टेक...
तेरो काँच महल में डेरा । टेक काँचे साज काँचे तेरो बरतन पक्का बोलनहारा । १...
गगन की गुफा तहँ गैब का चाँदना उदय औ अस्त का नाँव नाहीं। १ दिवस औ...
गगन की ओट निसाना है। टेक दहिने सूर चंद्रमा बाँयें तिनके बीच छिपाना है। १ तन...
खाक जान तो खाक में रलि जावै तब आपु गुलाब समाइये जी। १ यह नूर नवी...
खलक सब रैन का सपना समझ मन कोई नहिं अपना। टेक कठिन है मोह की धारा...